सोलंकी वंश अथवा गुजरात के चालुक्य शासक का इतिहास

Solanki Vansh History in Hindi

 प्राचीन ग्रंथ कुमारपालचरित एवं वर्णरत्नाकर आदि में परम्परागत 36 राजपूत कुलों की सूची मिलती है । चालुक्य अथवा सोलंकी अग्निकुल से उत्पन्न राजपूतों में से एक थे ।

गुजरात के चालुक्य वंश का संस्थापक मूलराज प्रथम था । उसने गुजरात के एक बड़े भाग को जीतकर अन्हिलवाड़ को अपनी राजधानी बनाया ।

सोलंकी वंश के प्रमुख शासक थे – मूलराज प्रथम, भीम प्रथम, जयसिंह सिद्धराज, कुमारपाल, भीम द्वितीय, कर्ण द्वितीय इत्यादि ।

Solanki Vansh History in Hindi
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सोलंकी वंश या गुजरात के चालुक्य के शासक

सोलंकी वंश का शासक  शासन काल
मूलराज प्रथम  940- 995 ई.
चामुंडराज  996- 1008 ई.
वल्लभराज  1008 ई.
दुर्लभराज  1008- 1022 ई.
भीम प्रथम  1022- 1064 ई.
कर्ण  1064-1092 ई.
जयसिंह सिद्धराज  1092-1142 ई.
कुमारपाल  1142- 1171 ई.
अजयपाल  1171- 1175 ई.
मूलराज द्वितीय  1175- 1178 ई.
भीम द्वितीय  1178- 1240 ई.
त्रिभुवन पाल  1240- 1244 ई.

सोलंकी वंश का इतिहास ( Solanki Vansh History in Hindi)

मूलराज प्रथम ( 941- 995 ई. )

🔸सोलंकी वंश का संस्थापक मूलराज प्रथम था ।

🔸इसकी राजधानी अन्हिलवाड़ थी ।

🔸मूलराज प्रथम शैवधर्म का अनुयायी था ।

🔸इसका उत्तराधिकारी चामुण्डराज था ।

🔸चामुण्डराज के 2 पुत्र थे – बल्लभराज तथा दुर्लभराज

भीम प्रथम ( 1022- 1064 ई.)

🔸बल्लभराज का पुत्र भीम प्रथम ,दुर्लभराज के बाद उत्तराधिकारी बना ।

🔸भीम प्रथम के शासनकाल में महमूद गज़नी ने सोमनाथ के मंदिर पर आक्रमण किया ।

🔸भीम प्रथम के सामंत बिमल ने आबू पर्वत पर दिलवाड़ा का प्रसिद्ध जैन मंदिर बनवाया ।

🔸इसने कलचुरी नरेश कर्ण के साथ मिलकर धारा के परमार वंशी भोज के विरुद्ध एक संघ तैयार किया, जिसने भोज को पराजित किया ।

🔸मोढे़रा का सूर्य मंदिर का निर्माण भीम प्रथम के द्वारा करवाया गया था ।

कर्ण प्रथम (1064-1092 ई.)

🔸भीम प्रथम का उत्तराधिकारी कर्ण प्रथम था ।

🔸इसने कर्णावती नामक नगर बसाकर वहाँ उसने कर्णेश्वर का मंदिर तथा कर्णसागर नामक झील का निर्माण करवाया ।

🔸कर्ण प्रथम ने अन्हिलवाड़ के कर्णमेरू नामक मंदिर को बनवाया ।

जयसिंह सिद्धराज (1092-1142 ई.)

🔸कर्ण प्रथम के बाद उसका पुत्र जयसिंह सिद्धराज उत्तराधिकारी बना ।

🔸सोलंकी वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक जयसिंह सिद्धराज था ।

🔸प्रसिद्ध जैन विद्वान हेमचंद्र जयसिंह सिद्धराज के दरबार में रहता था ।

🔸माउंट आबू पर्वत (राजस्थान) पर एक मंडप बनाकर जयसिंह सिद्धराज ने अपने सातों पूर्वजों की गजारोही मूर्तियों की स्थापना की ।

🔸सिद्धपुर में रूद्रमहाकाल के मंदिर का निर्माण जयसिंह सिद्धराज ने किया था ।

🔸जयसिंह सिद्धराज ने परमार शासक यशोवर्मन को युद्ध में पराजित कर उसे बंदी बना लिया था ।

🔸पाटन में सहस्त्रलिंग नामक कृत्रिम झील का निर्माण जयसिंह सिद्धराज ने किया था ।

कुमारपाल ( 1142- 1171 ई.)

🔸सोलंकी शासक कुमारपाल जैन- मतानुयायी था ।

🔸कुमारपाल जैन धर्म के अंतिम राजकीय प्रवर्तक के रूप में प्रसिद्ध है ।

🔸कुमारपाल ने मालवा नरेश बल्लार, चौहान शासक अर्णोंराज एवं परमार शासक विक्रम सिंह को पराजित किया ।

भीम द्वितीय ( 1178- 1240 ई.)

🔸सोलंकी वंश का अंतिम शासक भीम द्वितीय था ।

🔸सन् 1178 ईस्वी में मुहम्मद गौरी के नेतृत्व में तुर्कों ने भीम द्वितीय के राज्य पर आक्रमण किया ,परंतु उसने बुरी तरह से उन्हें पराजित किया ।

🔸1195 ई. में इन्होंने कुतुबुद्दीन को हराकर उसे अजमेर तक खदेड़ दिया ।

🔸भीम द्वितीय का एक सामन्त लवण प्रसाद ने गुजरात में बघेल वंश की स्थापना की थी ।

🔸बघेल वंश का कर्ण द्वितीय गुजरात का अंतिम हिंदू शासक था, इसने अलाउद्दीन खिलजी की सेनाओं का मुकाबला किया था ।

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