राजस्थान में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान प्रकाशित समाचार पत्र

राजस्थान में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान प्रकाशित समाचार पत्र

आज हम राजस्थान में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान प्रकाशित समाचार पत्र , पत्रिकाएँ तथा पुस्तकें की बात करेंगे ।

(1) समाचार पत्र :-

राजपूताना में प्रथम पत्र 1849 ई. में भरतपुर से निकला जिसका नाम ‘मजहरूल सरूर’ था ।

जयपुर से ‘जगहितकारक’

जोधपुर से ‘जोधपुर गवर्नमेंट गजट ‘ , ‘मरुधर मित्र’

उदयपुर से ‘उदयपुर गजट’ , सज्जन कीर्ति सुधारक

अजमेर से ‘देश हितैषी’ आदि का प्रकाशन हुआ ।

1885 ईस्वी में अजमेर से मौलवी मुराद अली द्वारा प्रकाशित द्विभाषी अखबार ‘राजपूताना गजट’ में शासन की खुली आलोचना की जाती थी ।

‘सज्जन कीर्ति सुधाकर’ राजस्थान में प्रकाशित सर्वप्रथम सप्ताहिक समाचार पत्र था ।

प्रताप :- कानपुर से श्री गणेश शंकर विद्यार्थी के संपादन में प्रकाशित होने वाला सप्ताहिक पत्र । इसके द्वारा बिजोलिया किसान आंदोलन को संपूर्ण भारत में चर्चा का विषय बना दिया । ‘करोली राज्य में कानून भंग ‘ लेख इस समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ । यह उत्तर भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय पत्र था । इसने बीकानेर में बेगार प्रथा का विरोध किया ।

राजस्थान समाचार :- 1889 ईसवी में अजमेर से श्री मुंशी समर्थदान के संपादन में प्रकाशित होने वाला प्रथम हिंदी दैनिक समाचार पत्र ।

राजस्थान केसरी :- 1920 में वर्धा से श्री विजयसिंह पथिक द्वारा शुरू किया गया राजनीतिक साप्ताहिक समाचार पत्र । इस पत्र के संपादक श्री राम नारायण चौधरी और श्री जमनालाल बजाज की वित्तीय सहायता मिलती थी । इसके माध्यम से बिजोलिया के किसानों की आवाज देशवासियों तक पहुंचाई । यह पहला समाचार पत्र था जो राजस्थानी लोगों द्वारा प्रकाशित किया गया । यह पत्र देशी राज्यों की प्रजा का प्रथम मुखपत्र था ।

नवीन राजस्थान :- श्री विजयसिंह पथिक ने 1921 में अजमेर से नवीन राजस्थान नामक समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ किया और कुछ समय बाद 1923 में इसी पत्र का नाम ‘तरुण राजस्थान’ रखा गया ।

नवज्योति :- 2 अक्टूबर 1936 ईस्वी से श्री राम नारायण चौधरी द्वारा अजमेर से प्रकाशित किया जाने वाला सप्ताहिक पत्र । बाद में दुर्गा प्रसाद चौधरी ने इसका काम संभाला । अब यह समाचार पत्र ‘दैनिक नवज्योति’ के नाम से निकलता है । इस पत्र ने शरणार्थी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया ।

प्रजा सेवक :- जोधपुर में श्री अचलेश्वर प्रसाद शर्मा द्वारा प्रारंभ किया गया सप्ताहिक समाचार पत्र । इस समाचार पत्र ने सागरमल गोपा के साथ जैसलमेर की जेल में किए जा रहे अत्याचारों का भंडाफोड़ किया ।

अखंड भारत :- श्री जयनारायण व्यास द्वारा मुंबई से प्रकाशित किया जाने वाला समाचार पत्र ।

आगीबाण :- 1932 में जयनारायण व्यास द्वारा ब्यावर से प्रारंभ किया गया राजस्थानी भाषा का प्रथम राजनीतिक समाचार पत्र । मारवाड़ी जनता में राजनीतिक जागृति लाने में इसका उल्लेखनीय योगदान रहा ।

राजस्थान :- ब्यावर से श्री ऋषिदत्त मेहता द्वारा 1923 से प्रकाशित किया जाने वाला समाचार पत्र । यह पत्र विशेषत: हाडौ़ती क्षेत्र की जनता में राजनैतिक चेतना प्रवाहित करने का माध्यम रहा । इस पर प्रतिबंध लगने के कारण यह ‘रियासती’ नाम से प्रकाशित होने लगा । 1946 में वासुदेव शर्मा ने अंग्रेजी में जयपुर से यह समाचार पत्र राजस्थान टाइम्स के नाम से निकाला । इस पत्र ने बिमेल बाल विवाह का विरोध किया ।

जयभूमि :- सितंबर 1940 में गुलाबचंद काला द्वारा जयपुर से प्रकाशन प्रारंभ ।

जयपुर समाचार :- सितंबर 1942 में श्यामलाल वर्मा द्वारा प्रारंभ किया गया दैनिक समाचार पत्र ।

लोकवाणी :- पंडित देवीशंकर तिवारी के संपादन में स्वर्गीय श्री जमनालाल बजाज की स्मृति में जयपुर से 1943 में प्रकाशित सप्ताहिक समाचार पत्र ।

देश हितैषी :- 1882 में अजमेर से मुंशी मुन्नालाल शर्मा द्वारा प्रकाशित मासिक पत्र ।

त्याग भूमि :- 1927 में हरीभाऊ उपाध्याय द्वारा अजमेर से प्रकाशित ।

सप्ताहिक राजस्थान :- 1923 में ब्यावर से ऋषिदत्त मेहता द्वारा प्रकाशित ।

सिरोही संदेश :- भीम शंकर शर्मा द्वारा प्रकाशित समाचार पत्र ।

सारम :- यह समाचार पत्र श्री रामनिवास शर्मा ने 1921 में झालावाड़ से प्रकाशित किया ।

नव राजस्थान :- इस समाचार पत्र में विधवाओं के पुनर्विवाह के लिए नि:शुल्क विज्ञापन प्रकाशित किए ।

लोकजीवन :- इस अखबार के प्रकाशन की जिम्मेदारी हरमल सिंह ने ली । अखबार का पहला अंक फ्रांसीसी क्रांति दिवस 14 जुलाई को फ्रांसीसी क्रांति विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ ।

प्रचार :- प्रियतम कामदार ने 8 अगस्त 1942 को इस पत्र का प्रकाशन प्रारंभ किया । इसका ध्येय वाक्य – ‘चोर, पापी और उल्लू सदा अंधेरा चाहते हैं ‘ ।

राजपूताना हेराल्ड :- इसे लोक चेतना की धारा का पहला समाचार पत्र माना जाता है । अंग्रेजी भाषा में यह 1885 में अजमेर से शुरू हुआ ।

विश्वामित्र :- कोलकाता से प्रकाशित समाचार पत्र ने राजस्थान में सामाजिक जनजागृति पैदा की । इसके संपादक फूलचंद अग्रवाल थे । इस पत्र ने अलवर प्रजामंडल, बीकानेर व जैसलमेर के संदर्भ में विस्तृत समाचार प्रकाशित किए । विधवा विवाह को इस पत्र में अधिक प्रोत्साहित किया ।

जाटवीर :- 1924 में इस सप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन आगरा से प्रारंभ हुआ । इसमें शेखावाटी किसान आंदोलन की खबरें विशेष रूप से होती थी ।

अखंड भारत :– 1938 में मुंबई से प्रकाशित ।

रोजतुल तालीम (राजपूताना अखबार) :- राजस्थान की रियासतों में अपने संवाददाता नियुक्त करने वाला पहला समाचार पत्र ।

राजस्थान पत्रिका :- कर्पूरचंद कुलिश द्वारा 1956 ईस्वी से प्रकाशित ।

प्रभात (1932 में )
नवजीवन (1939 )
अलवर पत्रिका (1943)

(2) पत्रिकाएँ :-

राविरा :- राजस्व मंडल अजमेर द्वारा प्रकाशन ।

राजस्थान विकास :- पंचायती राज विभाग द्वारा ।

शिविरा :- शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका ।

सुजस :- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा ।

राष्ट्रदूत :- इसके प्रथम संपादक सुमनेश जोशी थे ।

पुकार :- इस पत्रिका में राजपूतों ने अपनी समस्याओं को प्रकाशित करवाया ।

सौरभ :- इस पत्रिका का प्रकाशन झालरापाटन से किया गया ।

मिसलेनी :- राजस्थान की प्रथम अंग्रेजी मासिक पत्रिका ।

आर्थिक समीक्षा :- आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय द्वारा प्रकाशित ।

पीप :- अंग्रेजी पत्रिका जयनारायण व्यास द्वारा प्रकाशित ।

(3) पुस्तकें :-

केसरीसिंह बारहठ :- दुर्गादास चरित्र , प्रताप चरित्र और रूठी राणी ।

विजय सिंह पथिक :- What are the Indian States

रणछोड़दास गट्टानी :- संघर्ष क्यो ?

माणिक्य लाल वर्मा – मेवाड़ का वर्तमान शासन

हीरालाल शास्त्री :- प्रत्यक्ष जीवनशास्त्र

नाथूलाल खड़गावत :- Rajasthan Role in the struggle of 1857

जय नारायण व्यास :- पोपाबाई की पोल, मारवाड़ की अवस्था ।

हरीभाऊ उपाध्याय :- युगधर्म , सूर्यादय की बुनियाद , औदुम्बर व नवजीवन ।

स्वामी गोपालदास :- बीकानेर प्रशासन

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