unan ki sabhyata in Hindi

यूनान की सभ्यता (THE CIVILIZATION OF GREECE in Hindi)

Unan ki Sabhyata in Hindi

  •  सभ्यता के विकास की दृष्टि से यूनान पहला यूरोपीय देश था । इतिहासकारों का मत है यूनान के आदि निवासी माओनियम लोगों को पराजित करके उन्हें गुलाम बना लिया था । उन्होंने अपने मौलिक चिंतन तथा निष्ठा से एक महान सभ्यता एवं संस्कृति का निर्माण किया । अनुमान है कि यूनान सभ्यता का जन्म 1500 ई.पू. हुआ था ।
  • विभिन्न पहाड़ों और खाइयों के कारण प्राचीन यूनान लोग कभी भी एक संयुक्त राष्ट्र स्थापित नहीं कर पाए । संपूर्ण यूनान में कई नगर राज्यों में दो प्रमुख नगर राज्य स्पार्टा और एथेंस थे । स्पार्टा में सैनिक शासन था तथा एथेंस में लोकतंत्र । शेष यूनाम नगर राज्य या तो एथेंस की तरह थे अथवा स्पार्टा का अनुसरण करते थे ।
  • यूनान बाल्कन प्रायद्वीप (यूरोप) का दक्षिणी भाग है जो भूमध्यसागर से मिला हुआ है । कई कबीलों का स्वामी राजा होता था । प्रारंभिक यूनानियों के मुख्य व्यवसाय कृषि, पशुपालन, मिट्टी के बर्तन, तलवार और आभूषण बनाने थे ।
  • यूनानी लोगों ने देवताओं की कल्पना मनुष्यों के रूप में ही की थी , यद्यपि ये देवता मनुष्य की अपेक्षा अधिक शक्तिशाली और अमर समझे जाते थे ।

उनके निम्नलिखित देवता थे –

आकाश का देवता – जियस
समुद्र का देवता – पोसीडन
सूर्य का देवता – अपोलो
विजय की देवी – एथेना
शराब का देवता – डायोनीसस
पाताल का देवता – हेडीज
पृथ्वी की देवी – डेमोटर
वन देवता – सटीर
व्यापार का संरक्षक देवता – हर्मीज
धातु शिल्पों का देवता – हेफेस्टोस

यूनान सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ –

(1) स्पार्टा का जीवन –

  • स्पार्टा नगर राज्य को सदैव पड़ोसी देशों के आक्रमण का भय बना रहता था , इसलिए यहां सैनिक शासन स्थापित हुआ । वहाँ का शासन स्वेच्छाचारी था । स्पार्टा का प्रथम व्यवस्थापक एवं विधान निर्माता लाइकर्मस था । उसने वहां के निवासियों के लिए कठोर अनुशासन में रहने की व्यवस्था की थी । बच्चों को कठिनाइयों का सामना करने की शिक्षा दी जाती थी । निर्बल बच्चों को टेसिटस पहाड़ी की चौटी से गिरा कर मार दिया जाता था ।
  • स्पार्टा को साहसी एवं योद्धा सैनिक और आँखें मूँदकर आज्ञा पालन करने वाले नागरिक तैयार करने में तो निश्चय ही सफलता मिली , किंतु दर्शन, साहित्य, कला और विज्ञान के क्षेत्र में स्पार्टा की देन नहीं के बराबर है ।

(2) एथेंस का जीवन –

एथेंस का नगर राज्य स्पार्टा के नगर राज्य से सर्वथा भिन्न था । एथेंस में जनतांत्रिक शासन था । राजा का बहुत सम्मान था । न्यायधीश ड्रेको ने 621 ई. पू. लिखित कानूनों का संग्रह तैयार किया था । उसके कानून उच्च वर्ग के हितों की रक्षा करने वाले थे । तत्पश्चात क्लाईस्थनीज ने एथेंस में जनतंत्र की जड़े जमा दी । ईरान के महत्वकांक्षी सम्राट दारा ने ग्रीक को जीतने के बाद यूनान पर आक्रमण किया । एथेंस व ईरानियों के मध्य मैराथन मैदान में युद्ध हुआ । इस युद्ध में यूनान की विजय हुई और यूनानियों ने अपनी सभ्यता का स्वतंत्रतापूर्वक विकास किया ।

(3) पेराक्लीज युग –

  • पेराक्लीज यूनान (एथेंस) महान जनतांत्रिक नेता था । पेराक्लीज ने अपने सुधारों के द्वारा एथेंस के प्रजातंत्र को व्यापक एवं सुदृढ़ बनाया । पेराक्लीज काम मत था कि सारे व्यक्तियों को न्याय का समान अधिकार है ।
  • उसके शासन काल में कला, साहित्य, संगीत तथा दर्शन का बहुत विकास हुआ । एथेंस में दुखान्त सुखान्त नाटकों तथा संगीत के कई आयोजन होते थे । होमर की विश्व प्रसिद्ध रचनाएं इलियटओडेसी इसी काल की थी ।
  • उसके समय में गणित, ज्योतिष व दर्शन की शिक्षा दी जाती थी । इसी काल में विश्व प्रसिद्ध दार्शनिक सुकरात ने ज्ञान व चरित्र के विकास पर बल दिया । दार्शनिक प्लेटो व अरस्तु भी इसी काल के विद्वान थे ।
  • देवी एथिना का मंदिर भवन निर्माण कला का अनुपम नमूना है । हिरोडोटस व थ्यूसीडिडीज इस युग के महान् इतिहासकार थे । पाइथागोरस तथा हिपोक्रेटीज काल के प्रसिद्ध गणितज्ञ थे । इन्हीं उपलब्धियों के कारण पेराक्लीज के युग को यूनान के इतिहास में स्वर्ण युग कहा जाता है ।
  • प्रोफ़ेसर डेविड के अनुसार “पेराक्लीज का युुग” , यूनान के इतिहास का ही नहीं वरन् विश्व के इतिहास का स्वर्ण युग था ।

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