वायुमंडलीय दाब

वायुमंडलीय दाब ( Atmospheric Pressure in Hindi) की परिभाषा ,उदाहरण सहित

आज हम सामान्य विज्ञान में वायुमंडलीय दाब ( Atmospheric Pressure in Hindi) तथा वायुदाब मापी आदि के बारे में जानेंगे, जो आपके आने वाले एग्जाम SSC, RRB, Patwari, आदि में प्रश्न पूछा जाता है ।

 

वायुमंडलीय दाब किसे कहते हैं ?

  • पृथ्वी के चारों ओर उपस्थित वायु एवं विभिन्न गैसों को वायुमंडल कहां जाता है । वायुमंडल में उपस्थित वायु हम सभी पर अत्यधिक दाब डालती है, जिसे वायुमंडलीय दाब कहा जाता है ।
  • वायुमंडलीय दाब की पहली बार गणना वॉन ग्यूरिक ने की थी । सामान्यत: वायुमंडलीय दाब वह दाब होता है, जो पारे के 76 सेंटीमीटर वाले एक स्तंभ द्वारा 0°C पर 45° के अक्षांश पर समुंद्र तल पर लगाया जाता है ।
  • यह एक वर्ग सेंटीमीटर अनुप्रस्थ काट वाले पारे के 76 सेंटीमीटर लंबे स्तंभ के भार के बराबर होता है । वायुमंडलीय दाब 10⁵ न्यूटन/मीटर² के बराबर होता है । अर्थात् वायुमंडल हम पर हमेशा 16000 किलोग्राम का दबाव डालता रहता है , लेकिन फिर भी हमें उसका अनुभव नहीं होता । इसका कारण है कि हमारे अंदर खून एवं अन्य कारक अंदर से दाब डालते हैं जो वायुमंडलीय दाब को संतुलित करता है ।
  • पृथ्वी के निकट समुद्र तल से प्रति 110 मीटर की ऊंचाई चढ़ने पर वायुदाब लगभग 1 सेमी कम हो जाता है ।

उदाहरण :- (१) पहाड़ों पर खाना बनाने में कठनाई होना (२) वायुयान में बैठे यात्री के फाउण्टेन पेन से स्याही का रिस जाना । (३) अधिक ऊंचाई पर नाक से खून निकलना ।

वायुदाब के मात्रक :-

1 सेमी पारा दाब ➡ 1.33×10³ पास्कल
1 पास्कल ➡ 1 न्यूटन/मी².
1 बार ➡ 10⁵न्यूटन/मी².
 1 मिलीबार ➡10² पास्कल
1 टौर ➡ 1 मिली पारा दाब = 133.8 पास्कल

वायुदाबमापी ( Barometer)

  • वायुमंडलीय दाब को बैरोमीटर या वायुदाबमापी से मापा जाता है । टॉरीसेली के प्रयोग के आधार पर फोर्टिन ने इस यंत्र को बनाया । इसे फोर्टिन का बैरोमीटर कहते हैं ।
  • बैरोमीटर की सहायता से मौसम संबंधी पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है । बैरोमीटर का पाठ्यांक जब एकाएक नीचे गिरता है, तो आंधी आने की संभावना होती है । जब इसका पाठ्यांक धीरे-धीरे नीचे गिरता है तो वर्षा होने की संभावना होती है और जब पाठ्यांक धीरे-धीरे ऊपर चढ़ता है तो दिन साफ रहने की संभावना होती है ।

निर्द्रव वायुदाबमापी ( Android Barometer)

  • फोर्टिन के पारा दाबमापी की कमियों को दूर करने के लिए इस दाबमापी का निर्माण किया गया । इसमें किसी द्रव का उपयोग नहीं किया जाता , इसलिए इसे निर्द्रव वायुदाबमापी कहते हैं ।
  • इस वायुदाबमापी का आकार काफी छोटा होता है । इसका उपयोग कहीं भी किया जा सकता है । इसका उपयोग ऊंचाई मापने में भी किया जाता है । इस सिद्धांत पर बनने वाला ऊंचाई नापने का यंत्र तुंगतामापी ( Altimeter) कहलाता है ।

मानक वायुमंडलीय दाब ( Standard Atmospheric Pressure)

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